भारत केअनसुलझे रहस्य
भारत में कई ऐसे स्थान जिनका आज भी रहस्य बरक़रार है भारत कई ऐसे रहस्य है जो अनसुलझे है।
असीरगढ़ किला
असीरगढ़ किला
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हजार वर्षो से भटक रहे है जिसमे वो रोज पूजा अर्चना करते आते है। महाभारत में द्रोण पुत्र अश्वातमा एक ऐस योद्धा थे। जो अकेले ही सम्पूर्ण युद्ध लड़ने में झमता रखते थे। पांडव के सेना कौरवो की सेना से कमजोर थी। लेकिन फिर वो हर गयी महाभारत युद्ध 18 ऐसे योद्धा थे जो जीवित थे उनमे से एक अश्वत्थामा भी थे। अश्वत्थामा को सम्पूर्ण महाभारत में कोई नहीं हरा पाया था वो अपराजित और अमर थे। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने निकले उनकी एक भूल से श्री कृष्ण ने उन्हें युगो युगो तक भटकने का श्राप दे दिया।वहा स्थानीय से जुड़े कई कहानिया जुडी है अश्वत्थामा को जिसने भी देखा उसकी मानसिक स्तिथि ख़राब हो गयी। अश्वत्थामा पूजा से पहले किले के तालाब में नहाते है। बुरहानपुर के अलावा मप्र के ही जबलपुर शहर के गौरी घाट के (नर्मदा नदी) के किनारे अश्वत्थामा के भटकने का उल्लेख्य है स्थानीय निवासियों के अनुसार, कभी-कभी अपने सिर के खून को रोकने के लिए हल्दी और तेल भी मांगते है जिसका प्रमाण आज तक भी कुछ नहीं मिला है।
कैलाश पर्वत
कैलाश पर्वत
कैलाश पर्वत |
मानसरोवर झील
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यति यानी हिम मानव को देखे जाने की चर्चाएं होती रहती हैं। इनका वास हिमालय में होता है। लोगों का कहना है कि हिमालय पर यति के साथ भूत और योगियों को देखा गया है, जो लोगों को मारकर खा जाते हैं।
राजगीर
सोन का भंडार |
भारत के राज्य बिहार का एक छोटा सा शहर राजगीर है। जो की नालंदा जिले में स्तिथ है मौर्य शासक बिम्बिसार का राज्य था। यह प्राचीन मगध की राजधानी थी।
भगवान बुद्ध समारक
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यही भगवान बुद्ध ने राजा बिम्बिसार को धर्मोपदेश दिए थे। यह शहर भगवान बुद्ध के स्मारकों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। इसी राजगीर में सोन का भंडार गुफा है। जिसमे बेसकीमती खजाना है जिसे आज तक कोई नहीं खोज पाया है। यह खजाना मौर्या सम्राट बिम्बिसार का बताया गया लेकिन कुछ लोग इसे मगध सम्राट जरासंत का बताते है।
अलेया भूत लाइट
अलेया भूत लाइट
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पश्चिमी बंगाल में एक जगह है जो अलेया भूत लाइट के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर एक रहस्मयी रोशनी देखी जाने की जानकारी मिली थी स्थानीय लोगो के मुताबिक यह उन लोगो की आत्मा है जो मछली पकड़ते वक़्ते मर गए थे। लोग इन्हे भूतो की रौशनी भी कहते है। ऐसा कहा जाता है कि जिन मछुआरों को उनकी रौशनी दिखती है वे या तो रास्ता भटक जाते है या ज्यादा दिन जिन्दा नहीं रहते है। इन दलदली क्षेत्रों से मछुआरों कि लाशे भी मिली है। यहाँ का प्रशासन मैंने को तैयार नहीं है कि यहाँ भूतो के चलते यहाँ कुछ ऐसा होता है उनके मुताबिक मछुहारो के साथ ऐसे घटना होती रहती है इसका पता अभी तक नहीं चल पाया है।
रूप कुंड झील
रूप कुंड झील
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रूप कुंड झील में मानव कंकाल |
जतिंगा गांव
जतिंगा गांव |
भारत की गुफाये
अजंता- एलोरा की गुफाएं |
बाघ की गुफाएं |
एलीफेंटा की गुफाएं |
भीम बेटका की गुफाएं |
भारत की गुफाये भारत में बहुत सारी प्राचीन गुफाएं हैं, जैसे बाघ की गुफाएं, अजंता- एलोरा की गुफाएं, एलीफेंटा की गुफाएं और भीम बेटका की गुफाएं। ये सभी गुफाएं किसने और कब बनाईं? इसका रहस्य अभी सुलझा नहीं है। अखंड भारत की बात करें तो अफगानिस्तान के बामियान की गुफाओं को भी इसमें शामिल किया जा सकता है। भीमबेटका में 750 गुफाएं हैं जिनमें 500 गुफाओं में शैलचित्र बने हैं। यहां की सबसे प्राचीन चित्रकारी को कुछ इतिहासकार 35 हजार वर्ष पुराना मानते हैं, तो कुछ 12,000 साल पुरानी।
मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में स्थित पुरापाषाणिक भीमबेटका की गुफाएं भोपाल से 46 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। ये विंध्य पर्वतमालाओं से घिरी हुई हैं। भीमबेटका मध्यभारत के पठार के दक्षिणी किनारे पर स्थित विंध्याचल की पहाड़ियों के निचले हिस्से पर स्थित है। पूर्व पाषाणकाल से मध्य पाषाणकाल तक यह स्थान मानव गतिविधियों का केंद्र रहा।
तिब्बत का यमद्वार
तिब्बत का यमद्वार
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ऐसा कहा जाता है कि यहां रात में रुकने वाला जीवित नहीं रह पाता। ऐसी कई घटनाएं हो भी चुकी हैं, लेकिन इसके पीछे के कारणों का खुलासा आज तक नहीं हो पाया है। साथ ही यह मंदिरनुमा द्वार किसने और कब बनाया, इसका कोई प्रमाण नहीं है।
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